मेष लग्न के लिए शुक्र मारकेश होकर भी मारकेश का कार्य नहीं करता है। साथ ही यदि मनुष्य की कुंडली में राहु- केतु छठे, आठवें और बारहवें भाव में स्थित हो तो वह मारक ग्रह का फल देते हैं। ये करें उपाय: 1- मारकेश की दशा में जातक को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।